देहरादून: Karwa Chauth 2025 का पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए सबसे खास दिन माना जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। Karwa Chauth 2025 का व्रत इस बार बेहद शुभ योग में मनाया जाएगा, इसलिए इसका धार्मिक महत्व और भी बढ़ गया है।
Karwa Chauth 2025: व्रत की तिथि और मुहूर्त
Karwa Chauth 2025 का व्रत 17 अक्टूबर 2025 (शुक्रवार) को मनाया जाएगा।
- चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 17 अक्टूबर, सुबह 6:21 बजे
- चतुर्थी तिथि समाप्त: 18 अक्टूबर, सुबह 4:12 बजे
- चंद्रोदय का समय: रात 8:27 बजे (देहरादून क्षेत्र के अनुसार)
इसी समय महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपना व्रत खोलती हैं।
Karwa Chauth 2025: पूजन विधि
Karwa Chauth 2025 के दिन महिलाएं सुबह से ही निर्जला व्रत रखती हैं। वे सूर्योदय से पहले ‘सरगी’ का सेवन करती हैं जो सास द्वारा दी जाती है। दिनभर व्रत रखने के बाद शाम को महिलाएं करवा माता की पूजा करती हैं। पूजा में करवा (मिट्टी का बर्तन), दीपक, अक्षत, सिंदूर, श्रृंगार सामग्री, और भगवान गणेश की प्रतिमा का विशेष महत्व होता है।
पूजा के दौरान महिलाएं कथा सुनती हैं और भगवान शिव, माता पार्वती और करवा माता से अपने पति की लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं।
Karwa Chauth 2025: व्रत का महत्व
Karwa Chauth 2025 का व्रत सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि भावनात्मक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण है। यह पति-पत्नी के बीच के प्रेम, विश्वास और समर्पण का प्रतीक है। यह पर्व हिंदू महिलाओं के लिए अपने वैवाहिक जीवन की खुशहाली का प्रतीक माना जाता है।
Karwa Chauth 2025 न केवल पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाता है, बल्कि यह पारिवारिक एकता और परंपराओं की सुंदर मिसाल भी पेश करता है।
निष्कर्ष
Karwa Chauth 2025 का पर्व पूरे भारत में हर्ष और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। सुहागिनें इस दिन अपने प्रिय के मंगल जीवन के लिए प्रार्थना करेंगी। इस साल का Karwa Chauth विशेष योग में आने के कारण और भी शुभ माना जा रहा है।