देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश की जनता की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए शारदीय नवरात्रि के अवसर पर महानवमी के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री के इस फैसले के बाद राज्यभर में लोगों में हर्ष का माहौल है।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में सचिव सामान्य प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर दी है। आदेश के अनुसार, 1 अक्टूबर 2025 को उत्तराखंड सरकार के सभी कार्यालयों, बैंकों और कोषागारों में अवकाश रहेगा। इसका सीधा लाभ लाखों सरकारी कर्मचारियों, छात्रों और आम जनता को मिलेगा।
📌 नवरात्रि और महानवमी का महत्व
महानवमी को शक्ति पूजा और माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना का प्रतीक माना जाता है। यह पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि समाज में नारी शक्ति के सम्मान और भूमिका को भी दर्शाता है। नवरात्रि के नौ दिनों तक प्रदेशभर में पूजा-अर्चना, व्रत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। महानवमी पर विशेष पूजा और कन्या पूजन की परंपरा है, जिसे लोग बड़े उत्साह से निभाते हैं।
📌 मुख्यमंत्री धामी का संदेश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को महानवमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “नवरात्रि का यह पर्व समाज में नारी के महत्व और सम्मान को प्रदर्शित करता है। यह हमारी समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक परंपरा का प्रतीक है। प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और मंगलमय जीवन की मैं कामना करता हूं।”
उन्होंने कहा कि प्रदेश की संस्कृति और परंपरा को बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है और ऐसे पर्व समाज को जोड़ने का कार्य करते हैं।
📌 युवाओं और कर्मचारियों के लिए राहत
महानवमी पर घोषित अवकाश से जहां सरकारी कर्मचारियों को परिवार के साथ समय बिताने का अवसर मिलेगा, वहीं त्योहारों में व्यस्त रहने वाली गृहिणियों और छात्रों के लिए भी यह राहत भरी खबर है। बैंक और कोषागार बंद रहने से वित्तीय कार्य अगले दिन से संचालित होंगे।