देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने आगामी परीक्षाओं के लिए कड़े नियम लागू कर दिए हैं। आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने साफ कहा है कि अब Uksssc परीक्षा देने से उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र में कम से कम दो घंटे पहले पहुंचना होगा। देर से आने वाले परीक्षार्थियों को किसी भी हालत में प्रवेश नहीं मिलेगा।
बायोमेट्रिक और फिजिकल चेकिंग अनिवार्य
आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि Uksssc परीक्षा देने से पहले उम्मीदवार का बायोमेट्रिक सत्यापन होगा। परीक्षा केंद्र में प्रवेश के समय फिंगरप्रिंट और फोटो स्कैन के जरिए पहचान सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा पूरी फिजिकल चेकिंग होगी, जिसमें परीक्षार्थियों को जूते-चप्पल उतारकर भी जांच कराई जाएगी।
सुरक्षा और सैनिटाइजेशन की तैयारी
Uksssc परीक्षा देने से पहले सभी परीक्षा केंद्रों को पूरी तरह सैनिटाइज किया जाएगा। प्रत्येक केंद्र पर सुरक्षा बलों की तैनाती होगी और जिला मजिस्ट्रेट तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी खुद निगरानी करेंगे। आयोग का कहना है कि पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए हर कदम पर सख्ती बरती जाएगी।
मोबाइल जैमर का इस्तेमाल
परीक्षा केंद्रों में मोबाइल जैमर लगाए जाएंगे, ताकि किसी भी तरह की नकल या पेपर लीक की संभावना न रहे। इंटरनेट, कॉल और मैसेज जैसी सभी बाहरी कनेक्टिविटी पूरी तरह से बंद रहेगी।
नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई
आयोग के सचिव ने कहा कि यदि कोई उम्मीदवार या बाहरी व्यक्ति परीक्षा की पारदर्शिता भंग करने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष
स्पष्ट है कि Uksssc परीक्षा देने से दो घंटे पहले परीक्षा केंद्र पहुंचना अब सभी उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य होगा। बायोमेट्रिक और फिजिकल चेकिंग के साथ, मोबाइल जैमर और सख्त निगरानी से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि परीक्षा निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न हो।